प्रत्येक वर्ष “नेशनल पिएर्सिंग डे” (National Piercing Day) मई 16 को मनाया जाता है। यह दिवस पिएर्सिंग अर्थात नाक, कान आदि छिदवाने को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया था। इस दिवस पर देश की कई दुकानों, बुटीक और सैलून पर पिएर्सिंग के लिए विशेष छूट दी जाती है।
प्राचीन काल से ही कलात्मक अभिव्यक्ति, चिकित्सा उपचार और धार्मिक समारोह के लिए लोग शरीर पर छेद करवाते हैं। आजकल लोग फैशनेबल दिखने के लिए नाभि, होंठ, भौंहे जैसे अंगों पर भी पिएर्सिंग करवाते हैं। पिएर्सिंग का इस्तेमाल सुन्दरता को बढ़ाने के लिए किया जाता है। यदि इसे किसी प्रोफेशनल के ज़रिये करवाया जाता है तो यह पूरी तरह से सुरक्षित है।
पिएर्सिंग करवाते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे:
1. कीटाणु राहित (sterilised) उपकरण का इस्तेमाल
पियर्सिंग के समय साफ सफाई का पूरा ध्यान दें किसी अनुभवी आर्टिस्ट से ही पियर्सिंग करवायें एवं पियर्सिंग से पहले ये अवश्य जाँच लें कि सुईं कीटाणु रहित हो।

2. घाव की करें सफाई
पियर्सिंग हो जाने के बाद घाव के सूखने तक लगातार घाव को किसी अच्छी कीटाणु नाशक क्रीम अथवा डेटोल से साफ़ करते रहें ताकि इन्फेक्शन न हो।

3. करें विटामिन का सेवन
आप माने या न माने मगर खान-पान में विटामिन का सेवन आपके घाव को सुखाने में काफी मदद करेगा। जितना हो सके भोजन में विटामिन एवं जिंक का इस्तेमाल करें। इससे आपके घाव के सूखने की प्रकिया में तेज़ी आएगी।

4.गर्म तेल एवं हल्दी का लगाएँ
गरम तेल एवं हल्दी एक प्राकृतिक उपचार है आपके घाव को कीटाणु रहित रखने का। हल्दी एंटी बैक्टीरियल होती है जिससे घाव को सूखने में मदद मिलती है।

5. करें डॉक्टर से कंसल्ट
